Chief Minister Sukhashray Sahayata Kosh | मुख्यमंत्री सुखाश्रय कोष (All you Need to Know) for HPAS/ Allied NT Mains
Date: 02 जनवरी, 2023
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के तहत अपना पहला वेतन मुख्यमंत्री सुखाश्रय सहायता कोष में दिया है। इस दृष्टिकोण से विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई। इसके लिए एक योजना लाई जाए। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की नियुक्ति हुई है। सबका यह मत था कि ऐसी योजना लाई जए जो सभी तरह के बंधनों से दूर हो। हिमाचल में करीब 6 हजार बच्चे अनाथाश्रमों में पल बढ़ रहे हैं। 12वीं तक तो प्रदेश सरकार उनको आश्रय देती है। बच्चा आगे पढ़ना चाहता है तो उसके मन में किसी भी तरह की कुंठा नहीं होनी चाहिए।
- इस राहत कोष का गठन राज्य सरकार द्वारा नववर्ष के पहले दिन जरूरतमंद छात्रों और निराश्रित महिलाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करने के उद्देश्य से किया गया था.
- उन्होंने इस योजना के लिए 101 करोड़ रुपये का बजट भी तत्काल उपलब्ध करवाने और इस योजना को तत्काल प्रभाव से लागू करने की भी घोषणा की।
- यह उन्हें सम्मानजनक और सम्मानपूर्ण जीवन जीने का मार्ग भी देगा।
- यह जरूरतमंद छात्रों और निराश्रित महिलाओं को उनकी उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करने के उद्देश्य से बनाया गया था।
- उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इंजीनियरिंग, IIT, IIM, BBA, MBA जैसे पाठ्यक्रमों में बच्चों की पढ़ाई कराएगी। इसका सारा खर्च सरकार उठाएगी।
- अनाथ बच्चों को घूमने का मौका और जेब खर्च का पैसा भी सरकार देगी।
- यह कोष उन लोगों को नए आयाम प्रदान करेगा जो सक्षम हैं लेकिन आर्थिक तंगी के कारण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित हैं।
- इसके अलावा इन छात्रों को देश और समाज की प्रगति और समृद्धि में अपना योगदान सुनिश्चित करने का अवसर भी मिलेगा।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि 'यह कदम करुणा नहीं, बल्कि हर व्यक्ति का अधिकार है।' यह कोष।